रविवार, 11 जून 2017

खुद पर.....

हँसी आने लगी है मुझे खुद पर,
क्या खूबसूरती से बिखरता जा रहा हूँ, मैं...
यूँ तो डूब गया हूँ किनारे पर ही,
फिर लहरों से लड़े जा रहा हूँ.....

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